Bullet Train: कहां अटकी है देश की बुलेट ट्रेन, करना होगा और कितना इंतजार? देखिए कहां पूरा हुए कितना काम
Bullet Train in India: देश में बुलेट ट्रेन को लेकर तैयारियां काफी तेजी से चल रही है, लेकिन पिछले पांच साल में करीब 30 फीसदी ही काम पूरा हो पाया है. आइए देखते हैं Bullet Train का काम कहां कितना पूरा हुआ है?
Bullet Train in India: देश में रेलवे की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए बड़ी तेजी से सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को चलाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कल केरल को उसकी पहली वंदे भारत की सौगात देने वाले हैं. लेकिन इसके साथ ही इस बात की भी चर्चा हो रही है कि देश में बुलेट ट्रेन की शुरुआत कब होने वाली है. बहुप्रतीक्षित मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन (Bullet Train) परियोजना रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है. गौरतलब है कि परियोजना पर पांच साल से काम हो रहा है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च तक इस पर केवल 30.15 प्रतिशत काम हुआ है. आइए देखते हैं कि बुलेट ट्रेन का काम कहां कितना बाकी है.
कहां पूरा हुआ कितना काम?
गुजरात की ओर 35.23 प्रतिशत काम हो चुका है, जबकि महाराष्ट्र की ओर तस्वीर निराशाजनक है. अभी मात्र 19.65 प्रतिशत काम हुआ है. परियोजना पर लगभग 56.34 प्रतिशत सिविल कार्य पूरा कर लिया गया है और अब तक 272.89 किमी पर ढेर का काम किया गया है. रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने हाल ही में कहा कि 170.56 किमी पर घाट का काम किया गया है, लेकिन अब तक 45.40 किमी गर्डर्स लॉन्च किए गए हैं.
#BulletTrain Project Report (As on 31.03.23)
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 17, 2023
📈Overall Physical Progress: 30.15%
🚄Gujarat
📈Overall Progress:35.23 %
🏗️Civil Works:56.34 %
🚄Maharashtra
📈Overall Progress:19.65 %
Overall:
🏗️Pile work: 272.89 km
🏗️Pier work: 170.56 km
🏗️45.40 Km Girders launched pic.twitter.com/viwSX7pIof
कब तक पूरा होगा बुलेट ट्रेन का काम?
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भारत की पहली मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (एमएएचएसआर) या बुलेट ट्रेन (Bullet Train), जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1 लाख 8,000 करोड़ रुपये है, को अगस्त 2026 तक सूरत-बिलिमोरा (63 किमी) के बीच ट्रायल रन के लिए लक्षित किया गया है. पूरे 508 किमी लंबे मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर, जिसमें महाराष्ट्र में 156 किमी और गुजरात में 352 किमी शामिल हैं, के 2027 तक पूरी तरह चालू होने की संभावना है.
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपोर्रेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के अनुसार, बुलेट ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलेगी और मुंबई-अहमदाबाद के बीच की पूरी दूरी को केवल 127 मिनट में तय करेगी.
एमएएचएसआर में वायडक्ट्स (460 किमी) और पुल (9.22 किमी), सुरंग (25.87 किमी), तटबंधों / कटिंग (12.9 किमी) के माध्यम से 92 प्रतिशत हाई-स्पीड एलिवेटेड रेलवे ट्रैक शामिल हैं. उत्तर की ओर मुंबई-ठाणे के बीच पर्यावरण-संवेदनशील ठाणे क्रीक से गुजरने वाला रेल गलियारा एक प्रमुख आकर्षण होगा, इसमें ठाणे क्रीक फ्लेमिंगो अभयारण्य (टीसीएफएस) शामिल है, जिसे अगस्त 2022 में रामसर साइट के रूप में नामित किया गया था.
टीसीएफएस स्थान पर राजहंस और आसपास के समृद्ध मैंग्रोव में अन्य वन्यजीवों को परेशानी से बचाने के लिए, एमएएचएसआर कॉरिडोर इस क्षेत्र में एक अंडरसीट सुरंग से गुजरेगा. एमएएचएसआर के अनुसार, यह 13.2 मीटर व्यास की एक ट्यूब के साथ भारत की पहली अंडरसीट सुरंग और देश का सबसे लंबा रेल परिवहन मार्ग होगा.
बुलेट ट्रेन का रूट
बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से शुरू होकर, बुलेट ट्रेन (Bullet Train) अंतिम गंतव्य, अहमदाबाद के साबरमती स्टेशन तक जाएगी. यह गुजरात के आठ जिलों, महाराष्ट्र के तीन जिलों और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव से होकर गुजरेगी. बुलेट ट्रेन एक दर्जन स्टेशनों मुंबई-बीकेसी, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती स्टेशनों पर रुकेगी.
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